गिरिवर 🏔️चढवानी अंतर मां जागी आश
दादा ने मलवानी दिल मां लागी प्यास ...2
हैय्ये ❤️ राखी उल्लास जावुं दादा नी पास
गिरिवर चढता थाये भव्यता नो एहसास
तारा अनेक आभे चंद्रमा🌙 तो एक छे
तीर्थ अनेक जगमा⛰️ आधिराज एक छे
चढता - चढता मने चढी जाय श्वास
आवे ज्या चालवानु मुखथी निकले हाश
श्वास हाश करतो प्रवास पहोंचु दादा नी पास
दादा कहे छे मने शाबास शाबास
राखजे तु मारामा पाखो विश्वास
गिरिवर⛰️ चढवानी अंतर मां जागी आश
दादा ने मलवानी दिल ❤️मां लागी प्यास
पामे जे जीवो ज्यां प्रभुतानो💫 प्रकाश
प्रसरी रही छे ज्या सिद्धोनी सुवास
सहुना खास पूरे आश कर्मों करशे नाश
दादा आदिनाथ नो बनशे जे दास
जयंत गिरिमां पामे हैय्ये हलवाश
गिरिवर ⛰️चढवानी अंतर मां जागी आश
दादा ने मलवानी दिल ❤️मां लागी प्यास
सिद्धोना देशमा ना आवे आवेश
मटे छे राग अने द्वेष वली कलेश
मले संग ज्यामे रंग जागे रे उमंग
धन्य बने छे आतम पामे सुरंग
भावो ना संगे वधे भक्ति 🎼तरंग
गिरिवर चढवानी अंतर मां जागी आश
दादा ने मलवानी दिल मां लागी प्यास
गुणो अनंता गाता न आवे पार
दादा सीमंधर🤴🏼 कहे महिमा अपरंपार
त्रण गढ जल्दी चढ पहोंची जा दरबार
शोभा निराली अही आवे भाग्यशाली
नीरखे गिरिने ये तो पाको पुण्यशाली
गिरिवर चढवानी अंतर मां जागी आश
हैय्ये राखी उल्लास जावुं दादा नी पास
गिरिवर चढता थाये भव्यता नो एहसास
तारा अनेक आभे चंद्रमा तो एक छे
तीर्थ अनेक जगमा आधिराज एक छे
✍🏻🎤 Bhartiben Gada
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