Sanyam Panthe Vihaar संयम पंथे विहार

Sanyam Panthe Vihaar Jain Stavan Lyrics 

(रचना: सागर शाह)

(राग: मौला मेरे लेले मेरी जान)


गुरु चरणमां मस्तक मारूं,

गुरु समर्पण जीवन मार,

गुरु शरण आतम आधार,

संयम पंथे विहार, संयम पंथे विहार…


पंच महाव्रत धारूं, पगपाळा चालु,

गुरु वचन तहत्ती, आणां शिर पर धारूं,

मुक्यो हाथ, गुरए मारा शिरे,

छूटे साथ, हवे ना लगीरे,

गुरु चरणमां मस्तक मारूं…


संयममां सुखछाया, राखुं न कायानी माया,

जयणा छे हितकारी, समजावे गुरुराया,

देखाड्यो छे दीवो जे, माता-पिताए,

चालवुं छे जीवन आखुं, एना अजवाळे,

गुरु चरणमां मस्तक मारूं…

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