Parmatma Bani Jase Maro Atma Jain Stavan Hindi Lyrics

Parmatma Bani Jase Maro Atma (Hindi Lyrics)- Jain Song


परमात्मारथी रंगाशे मारो आत्मा,

परमात्मा बनी जाशे मारो आत्मा...
थाशे प्रभुनुं मिलन वातवातमां,
परमात्मा बनी जाशे मारो आत्मा...

आत्मा परमात्मा जे संग जड्यो छे राज...
हरख हरख मन हरख हरखमां झूमी रह्यूं छे आज...

मारूं हृदय प्रभु, तारूं मंदिर छे,
तूं हृदय वसे ए, मारी तकदीर छे,
केवा शुभ परिणामो जागे आ मुलाकातमां,
परमात्मा बनी जाशे मारो आत्मा...

तारा अंजननी, केवी शुभपळ हशे,
तारा प्राण थकी मूर्ति जीवंत थशे,
राज प्रिय " बनी जाशे तू एक ज रातमां,
परमात्मा बनी जाशे मारो आत्मा...

रचना : श्रमणी भगवंत (राज -प्रिया )

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