Sona Ni Chhadi Chhe Lyrics Jain Stavan

Sona Ni Chhadi Chhe Lyrics Jain Stavan

सोनानी छडी छे, रूपा नी मशाल छे,

वीरजीनो दरबार, केवो विशाळ छे…

सोनानी…


झूलता चामरना उजळा उछाळ छे,

सोनेरी कळश छे, चांदीना थाळ छे;

मोंघेरा मुगट छे, मोतीनी माळ छे,

होठे मुस्कान छे, आंखोमां वहाल छे;


सोनानी छडी छे, रूपा नी मशाल छे.

वीरजीनो दरबार, केवो विशाळ छे…


घंटनाद गुंजे छे, पूजा त्रिकाळ छे,

पानी ध पा सूर छे, तीरकीट धा ताल छे;

नंदप्रभा आंगणीये, आतम उजमाळ छे,

देवर्धि दीपे छे, साची संभाळ छे;


सोनानी छडी छे, रूपा नी मशाल छे.

वीरजीनो दरबार, केवो विशाळ छे…

टिप्पणियाँ