Jagyo Re Aatma Aash Jagi Lyrics- जाग्यो रे आतमा आश जागी

Jagyo Re Aatma Aash Jagi Lyrics

जाग्यो रे आतमा आश जागी जैन गीत

( राग : आधा है चन्द्रमाँ रात आधी ) 

जाग्यो रे आतमा आश जागी , मुक्तिना अमृतनी प्यास जागी , 
अभिलाष जागी . . . जाग्यो रे . . . . 

ज्यारे आतमनो दीवड़ो जागे , त्यारे वैभव अळखामणो लागे , 
लागे खारो संसार , लागे प्यारे अणगार , 
एने संयमना पंथनी लगनी लागी . . . 1 

ज्यारे आतमनो दीवड़ो जागे , त्यारे बंधन संसारनां त्यागे , 
भांगे सखीओनो प्यार , त्यागे सघळो परिवार , 
एने वस्त्रालंकारोनी प्रीत त्यागी . . . जाग्यो रे . . . 2 

ज्यारे आतमनो दीवड़ो जागे , त्यारे अंधारा दूर दूर भागे , 
भांगे पातकनो भार , भांगे अवगुणनी जाळ , 
एना मारगनो कटको जाय भांगी . . . जाग्यो रे . . . 3 

ज्यारे आतमनो दीवड़ो जागे , त्यारे सद्गुगुरुनो आशरो मांगे , 
मांगे कर्मोनो नाश , मांगे शिवपुरनो वास , 
एने भवभवनां दुःखमांथी मुक्ति मांगी . . . जाग्यो रे . . . 4

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