म्हारो मन वोंदरो
मारो मन वांदरो रे ओ
तो घणी रे फदाको मारे,
फद फद फद फद मारे रे
फदाको नही कोई ने धारे || मारो
|| १
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कदीक ध्यावे शिखरजी ने
सिद्धगिरी पर चढ जावे,
आदिनाथ रा दरशन करने
घडी पलक में आंवे || मारो
|| २
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मुछाला महावीर मनावे
राणकपुरजी जावे,
गोडवाडरी पंच तीरथ में
लटका लेकर आवे || मारो
|| ३
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आबुजीरा अचलगढ में नाथ
निरन्जन पावे,
हीरा पन्नारी लडियो रे
लाकर प्रभुजी की अंगिया रचावे || मारो || ४ ||
ढोलक तबला पेटी रे
बाजा संग गीतडा गावें,
सपना में शंखेश्वर
पारसनाथ ने घणा मनावे || मारो
|| ५
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प्रभु भजन मे गेलो
होकर भक्ती री धूम मचावे,
झीलवाड़ा मंडल प्रभुजी
रे आगे लट पट नाच नचावे || मारो
|| ६
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