Jain question answer

1 जैन धर्म का महामंत्र कौन सा है ?
नवकार मंत्र 

2 नमस्कार मंत्र कब से प्रारंभ हुआ ?  
अनादिकाल से।

3 नमस्कार मंत्र मे किसे नमस्कार किया है ? 
पाँच पदो को।

4 चौदह पूर्व का सार किसमे है? 
नवकार मंत्र मे।

5 सभी मंगलो मे प्रथम मंगल कौन सा है ?
नवकार मंत्र ।

6 मंगल किसे कहते है ? 
जो पापो को नष्ट करे ।

7 सामायिक सूत्र का प्रथम पाठ कौन सा है ? 
नवकार मंत्र ।

8 नवकार मंत्र क्या करता है ?
सभी पापों का नाश करता है।

9 नवकार मंत्र मे कितने अक्षर होते है ? 
68 (अड़सठ )

10 नवकार मंत्र के पाँचो पदो मे कितने अक्षर होते है? 
35 ( पैंतीस )

11 नवकार मंत्र किन किन शास्त्रों से लिया गया है ? 
1)भगवती सूत्र 2) कल्पसूत्र 3) आवश्यक सूत्र 4) चन्द्रप्रज्ञप्ति सूत्र 5) सूयॆप्रज्ञप्ति सूत्र 6) जंबुदीपप्रज्ञप्ति सूत्र ।

12 नमस्कार मंत्र शाश्वत है या अशाश्वत है ? 
शाश्वत।

13 णमो का अर्थ क्या है ? 
नमस्कार ।

14 नमस्कार किसलिये किया जाता है ?
अंहकार हटाने के लिए।

15 नमन कितने योगों से होता है? 
तीन योगों से ।

16 नमस्कार मंत्र मे कितने पद चश्मा लगा सकते हैं ?
तीन आचार्य ,उपाध्याय, साधु ।

17 नमस्कार मंत्र मे कितने पद के संहनन संस्थान होते है? 

चार - अरिहंत ,आचायॅ , उपाध्याय,साधु ।

18 नमस्कार मंत्र मे तीन योगों का सम्मिलन किस प्रकार होता हैं ?
काया से झुकना , वचन से नमस्कार बोलना,
       मन से अभिमान हटाना ।

19 नमस्कार करने से क्या लाभ होता है ?
 1. पुण्य का बंध होता है,
 2. अशुभ कमॅ की निजॅरा होती है,
  3. गुणग्राहकता बढ़ती है,
  4. मोक्ष प्राप्त होता है,
  5. विनम्रता आती है ,
  6. नीच गोत्र का क्षय होता हैं .

20 नवकार मंत्र मे कितने पद होते है?
पाँच पद।

21नमस्कार मंत्र मे कितने पद सम्यगदृष्टि है ?
पाँचों पद

22 नमस्कार मंत्र मे कितने पद सवेदी है ?
तीन पद - आचार्य ,उपाध्याय,साधु।

23 नमस्कार मंत्र मे कितने अवेदी है?
दो पद - अरिहंत,सिध्द।

24नमस्कार मंत्र मे कितने पद संज्ञी है?
चार पद - अरिहंत,आचार्य,उपाध्याय,साधु।

25नमस्कार मंत्र मे कितने पद समुदगात करते है?
चार पद - अरिहंत,आचार्य,उपाध्याय,साधु।

26नमस्कार मंत्र मे कितने पद समुदगात नहीं करते है?
एक पद-सिध्द।

27 नमस्कार मंत्र मे कितने पद सइन्द्रिय है?
तीन पद-आचार्य,उपाध्याय,साधु।

28नमस्कार मंत्र मे कितने पद अनिन्द्रिय है?
दो पद-अरिहंत ,सिध्द।

29 अरिहंतो को अनिन्द्रिय किस अपेक्षा से कहा गया है?
अरिहंतो को अनिन्द्रिय इसलिए कहा गया है कि वे अपनी इंद्रियों का उपयोग स्वयं के लिये नहीं करते हैं ।

30 नमस्कार मंत्र मे कितने पद सयोगी है?
चार पद-अरिहंत ,आचार्य ,उपाध्याय,साधु।

31 नमस्कार मंत्र मे कितने पद अयोगी हैं ?
एक पद-सिध्द

32 नमस्कार मंत्र मे कितने पद को परिषह नही आते ?
एक पद - सिध्द

33 नमस्कार मंत्र मे कितने पद सकषायी हैं ?
तीन पद- ,आचार्य उपाध्याय,साधु।

34 नमस्कार मंत्र मे कितने पद अकषायी हैं ?
दो पद-अरिहंत ,सिध्द।

35 नमस्कार मंत्र मे कितने पद कमोॅ की निर्जरा करते हैं ?
चार पद-अरिहंत , ,आचार्य उपाध्याय,साधु।

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