*🌹अष्ट कर्मोत्तर प्रकृति तप 🌹*
*ज्ञानावरणीय आठ कर्मो की क्रमशः पाँच , नौ , दो , अट्ठाईस , चार , एक सौ तीन , दो और पाँच मिलकर एक सौ उत्तर प्रकृतियों का फल जीव की यह संसार अवस्था और तज्जन्य विडंबनाएं हैं । इन कर्मो और कर्म प्रकृतियों को समूल नष्ट करने पर ही जीव अपने निज स्वरुप को प्राप्त होता है । प्रस्तुत तप का लक्ष्य यही हैं । इस तप में एकांतर उपवास एक सौ अट्ठावन ( 158 ) पारणे एकासणे वाले करना , तब एक ओली होती है । ऐसी आठ ओली करने से यह तप होता है । वर्तमान में 158 उपवास छूटक करने का प्रचार हैं ; किन्तु तप के रसिक जीवों को सामर्थ्य हो तो उक्त प्रकार से तप करना चाहिए । उजमणे में एक सौ अट्ठावन वस्तु , मोदक आदि चढ़ाना । जिस दिन जिस नंबर का उपवास हो , उस दिन साथियादि आठ-आठ और उस नंबर का गणना बीस माला का करना । इस प्रकार माला का पद है -*
*ज्ञानावरण - प्रकृति 5*
❄❄❄❄❄❄❄
1- मतिज्ञानावरण- रहिताय श्री अनंत -ज्ञान-संयुताय सिद्धाय नमः
2- श्रुतज्ञानावरण- रहिताय श्री अनंत -ज्ञान-संयुताय सिद्धाय नमः
3- अवधिज्ञानावरण- रहिताय श्री अनंत -ज्ञान-संयुताय सिद्धाय नमः
4- मनःपर्यव-ज्ञानावरण- रहिताय श्री अनंत -ज्ञान-संयुताय सिद्धाय नमः
5- केवलज्ञानावरण- रहिताय श्री अनंत -ज्ञान-संयुताय सिद्धाय नमः
*दर्शनावरण - प्रकृति 9*
❄❄❄❄❄❄❄
6-चक्षुदर्शनावरण- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
7-अचक्षुदर्शनावरण- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
8-अवधिदर्शनावरण- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
9-केवलदर्शनावरण- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
10-निंद्रा- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
11-निंद्रानिंद्रा- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
12-प्रचला- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
13-प्रचला-प्रचला- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
14-सत्यानर्द्धि- रहिताय श्री अनंत-दर्शन-संयुताय श्री सिद्धाय नमः
वेदनीय-प्रकृति 2
❄❄❄❄❄
15- सातावेदनीय- रहिताय श्री अव्याबाध -गुण- संयुताय सिद्धाय नमः
16- असातावेदनीय- रहिताय श्री अव्याबाध -गुण- संयुताय सिद्धाय नमः
*मोहनीय-प्रकृति 28*
❄❄❄❄❄❄
17- सम्यक्त्वमोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
18- मिश्रमोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
19- मिथ्यात्व-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
20- अंनतानुबंधी-क्रोध- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
21- अंनतानुबंधी-मान- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
22- अंनतानुबंधी-माया- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
23- अंनतानुबंधी-लोभ- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
24- अप्रत्याख्यानि-क्रोध- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
25- अप्रत्याख्यानि-मान- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
26- अप्रत्याख्यानि-माया- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
27-अप्रत्याख्यानि-लोभ- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
28- प्रत्याख्यानि-क्रोध- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
29- प्रत्याख्यानि-मान- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
30- प्रत्याख्यानि-माया- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
31- प्रत्याख्यानि-लोभ- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
32- संज्जवलन-क्रोध- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
33- संज्जवलन-मान- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
34- संज्जवलन-माया- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
35- संज्जवलन-लोभ- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
36- हास्य-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
37- रति-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
38- अरति-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
39- भय-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
40- शोक-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
41- दुर्गछा-मोह- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
42- पुरुष-वेद- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
43- स्त्री-वेद- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
44- नपुंसकवेद- रहिताय श्री अनंत- चारित्र-गुण-संयुताय सिद्धाय नमः
*आयुष्य-प्रकृति 4*
❄❄❄❄❄
45- देवायु-रहिताय श्री अक्षय-स्थिति-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
46- मनुष्यायु-रहिताय श्री अक्षय-स्थिति-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
47- तिर्यंचायु-रहिताय श्री अक्षय-स्थिति-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
48- नरकायु-रहिताय श्री अक्षय-स्थिति-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
*नाम- प्रकृति 103*
❄❄❄❄❄
49- देवगति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
50- नरक-गति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
51- तिर्यंच-गति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
52- मनुष्य-गति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
53- ऐकेन्द्रिय-जाति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
54- बेइन्द्रिय-जाति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
55- तेइन्द्रिय-जाति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
56- चतुरिन्द्रिय-जाति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
57- पंचेन्द्रिय-जाति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
58- औदारिक-शरीर-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
59- वैक्रिय-शरीर-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
60- आहारक-शरीर-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
61- तैजस-शरीर-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
62- कार्मण-शरीर-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
63- औदारिकांगोपांग-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
64- वैक्रियांगोपांग-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
65- आहारकांगोपांग-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
66- औदारिकौदारिक-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
67- औदारिक-तैजस-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
68- औदारिक-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
69- वैक्रिय-वैक्रिय-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
70- वैक्रिय-तैजस-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
71- वैक्रिय-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
72- वैक्रियाहरक-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
73- आहारक-तैजस-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
74- आहारक-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
75- औदारिक-तैजस-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
76- वैक्रिय-तैजस-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
77- आहारक-तैजस-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
78- तैजस-तैजस-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
79- कार्मण-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
80- तैजस-कार्मण-बंधन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
81- औदारिक-संघातन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
82- वैक्रिय-संघातन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
83- आहारक-संघातन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
84- तैजस-संघातन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
85- कार्मण-संघातन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
86- व्रजॠषभनाराच-संहनन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
87- ऋषभनाराच-संहनन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
88- नाराच-संहनन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
89- अर्धनाराच-संहनन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
90- कीलिका-संहनन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
91- सेवार्त-संहनन-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
92- समचतुरस्त्रसंस्थान-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
93- न्यग्रोध-संस्थान-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
94- सादी-संस्थान-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
95- वामन-संस्थान-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
96- कुब्ज-संस्थान-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
97- हुंडक-संस्थान-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
98- कृष्ण-वर्ण-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
99- नील-वर्ण-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
100- लोहित-वर्ण-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
101- पीत-वर्ण-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
102- श्वेत-वर्ण-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
103- सुरभिगंध-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
104- दुरभिगंध-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
105- तिक्त-रस-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
106- कटुक-रस-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
107- अम्ल-रस-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
108- कषाय-रस-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
109- मधुर-रस-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
110- शीत-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
111- उष्ण-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
112- गुरु-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
113- लघु-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
114- खर-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
115- स्निग्ध-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
116- रुक्ष-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
117- मृदु-स्पर्श-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
118- नरकानुपूर्वी-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
119- तिर्यंचानुपूर्वि-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
120- नरानुपूर्वि-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
121- देवानुपूर्वि-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
122- शुभ-विहायोगति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
123- अशुभ-विहायोगति-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
124- पराघात-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
125- उच्छवास-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
126- आतप-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
127- उद्योत-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
128- अगुरु-लघु-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
129- तीर्थंकर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
130- निर्माण-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
131- उपघात-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
132- त्रस-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
133- बादर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
134- पर्याप्त-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
135- प्रत्येक-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
136- स्थिर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
137- शुभ-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
138- सौभाग्य-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
139- सुस्वर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
140- आदेय-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
141- यशो-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
142- स्थावर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
143- सूक्ष्म-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
144- अपर्याप्त-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
145- साधारण-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
146- अस्थिर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
147- अशुभ-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
148- दौर्भाग्य-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
149- दु:स्वर-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
150- अनादेय-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
151- अयशो-नाम-कर्म-रहिताय श्री अरुपि-निरंजन-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
*गौत्र- प्रकृति 2*
❄❄❄❄❄
152- उचैगौत्र-रहिताय श्रीअगुरु-लघु-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
153- नीचैगौत्र-रहिताय श्रीअगुरु-लघु-गुण संयुताय सिद्धाय नमः
*अंतराय - प्रकृति 5*
❄❄❄❄❄❄
154- दानांतराय कर्म - रहिताय श्री अनंत -वीर्य -गुण संयुताय सिद्धाय नमः
155- लाभांतराय कर्म - रहिताय श्री अनंत -वीर्य -गुण संयुताय सिद्धाय नमः
156- भोगांतराय कर्म - रहिताय श्री अनंत -वीर्य -गुण संयुताय सिद्धाय नमः
157- उपभोगांतराय कर्म - रहिताय श्री अनंत -वीर्य -गुण संयुताय सिद्धाय नमः
158- वीर्यांतराय कर्म - रहिताय श्री अनंत -वीर्य -गुण संयुताय सिद्धाय नमः
*इस तप की दो विधियां भी है । जो इस प्रकार हैं-*
*1- ज्ञानावरण कर्माश्रयी पांच दशमभंत- चार-चार उपवास के पांच थोक । दर्शनावरण कर्माश्रयी नौ दशमभंत , वेदनीय के दो दशमभंत , मोहनीय कर्माश्रयी अट्ठाईश अट्ठम , आयु कर्माश्रयी चार दशमभंत , नाम कर्माश्रयी एक सौ और तीन उपवास छूटक , गौत्र कर्माश्रयी दो दशमभंत और अंतराय कर्माश्रयी पांच दुवालस भत्तं ( पांच-पांच के पांच थोक ) करना । निरंतर करना ।*
*2- ज्ञानावरण के पांच, पांच-पांच उपवास , दर्शनावरण के दशम भत्तं नौ बार , वेदनीय के अट्ठम दो , मोहनीय के अट्ठम अट्ठावीस , आयु के दशम भत्तं चार , नाम कर्म के छूटक छट्ठ या उपवास एक सौ तीन । गौत्र के दशम भत्तं दो और अंतराय के दशम भत्तं पांच ।*
*सौजन्य 🙏🌹🙏*
*श्री तप विधिसंचय पुस्तक से*
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें