Dream Your AATMODDHAR Part Jain Diksha Song Hindi Lyrics

Dream Your AATMODDHAR  Jain Diksha Song

संयम की स्वप्न यात्रा

मुमुक्षु प्रतिबोध गीत:

संयम मारग देख अनूठा, समझ चले सुजान, (2)

संयम पथ के पथिक जनो का, जग में हुआ कल्याण,

सबकुछ जग में मिल जावे पर, (2) संयम बिन बेकार,

वैभव सारे नश्वर किन्तु, संयम वैभव सार 

अरे, भाई! संयम वैभवसार


संयम प्रार्थना गीत:

संयमनोरंग मने लाग्यो मारी मावड़ी, 

संयमनोरंग मने लाग्योरेलोल (2) 

सुतेलो आत्मा जाग्यो मारी मावड़ी, 

सुतेलो आत्मा जाग्योरेलोल, संयमनोरंग.... 

काल अनादिथी भटक्यो आचेतन, 

काल अनादिथी भटक्योरेलोल। 

मिथ्यादृष्टिमां अटक्यो मारी मावड़ी, 

मिथ्यादृष्टिमां अटक्योरेलोल।संयमनोरंग....


संयम प्रयाण गीत:

नानी उमरमां चाले वैरागी, छोड़ी घर परिवार, 

नानी-नानी उमरमां चाले वैरागी, छोड़ी घर परिवार, 

धन्य जीवन छे तारू वैरागी, तरवा चाले संसार,(2) 

नानी उमरमां चाले वैरागी, छोड़ी घर परिवार, 

वीरना मारग चाले वैरागी, करवा सफल अवतार...


रजोहरण प्रार्थना गीत: 

रजोहरण, रजोहरण आपो मने रजोहरण (२) 

आज मारेसजवोछे संयमनोसाज (2) 

गुरुवरना हाथे आज मने मणशे (2) 

रजोहरण, रजोहरण आपो मने रजोहरण (२) 

मुखडु मलकावतोने प्रभु गुण गावतो, 

विरतिनो वेष आपो भावना ए भावतो, 

मुखडु मलकावतोने गुरु गुण गावतो, 

संयमनी साधना गुरुथीस्वीकारतो, 

केवोसंदरछे संयम शणगार (2) 

बीजा भवोमा क्याय नहीं मणशे (२) 

रजोहरण,रजोहरण आपो मने रजोहरण (४)


रजोहरण स्वीकार गीत: 

सुन्दर मजानो ओघो मल्यो छे, 

वर्षोनो भाव मारो आजे फल्यो छे, 

सुन्दर मजानो ओघो मल्यो छे, 

वर्षोनो भाव मारोसफल थयो छे, 

हुं तो पाम्यो छु प्रभुनोसाथ आज, 

हुं तो पाम्यो छु गुरुनो हाथ आज, 

हुं तो भाग्यशाणी बन्यो र्छ आज (2) 

वीरनो ओघो मने मल्यो छे आज,(2) 

हुं तो भाग्यशाणी बन्यो र्छ आज (10) 

संयम आजे मल्यो, आजे आजे मल्यो, 

मुजने आजे मल्यो, संयम आजे मल्यो(2)


स्वप्न हुआ साकार

नूतन दीक्षित प्रवेश गीत:

जय जय बोलो विरतिधारी वेष ने बदली आजरे...!(२) 

नूतन दीक्षित आव्या त्यागी ऊपरसहु ने नाझरे...!(२) 

जयणापूर्वक धीरचाले देखेसर्वसमाज रे....(२) 

नूतन दीक्षित आव्या त्यागी ऊपरसहु ने नाझरे...!(२) 

नूतन दीक्षित नोजयकार आत्मरागी नो जयकार... 

आत्मोद्धारी नो जयकार मोक्षार्थी नो जय जय कार...!(२) 

रंगरंगीला कपड़ा छोडया क्षण वार मा...

वेष श्रमण नोस्वेत धर्यो पलवार मा...! 

जन जन ना मुखड़ा ऊपरखुशिया अपार रे...

जिनशासन नीसहु करेजयकाररे..

नाना मोटा सहुए करता धन्य धन्य नादरे...! 

संयमसाजसजी ने चाल्या मुक्ति पूरी पाजरे...! 

नूतन दीक्षित आव्या त्यागी ऊपरसहु ने नाजरे...!(२)


केश लोच गीत:

केशनु लुंचन प्रभु ऐकर्यु छे निज हाथैथी... 

विरक्त थया प्रभु जी,सघला ए संसारथी...(२) 

केशनु लुंचन थाये,कर्म निकंदन थाय..

केशनु लुंचन थाये,गुरु शक्तिपात थाय...

संयम मारो श्वास, संयम विश्वास...!(२)


प्रदक्षिणा गीत: 

भव भ्रमणा हरवाने नवकारस्मरण करता...

मुख मंडल हर्षित छे गुरुदेव हृदय धरता...

अक्षयसुख मेलवजो क्षय कर्मरीपु करीने...(२)

श्री संघ वधावेरेनूतन विरतिधरने...

विरतिधर देतारे प्रदक्षिणा प्रभुवरने...!(3)

संयम मारो श्वास अने विश्वास.. 

प्रभु नो अहेसास... 

के लगनी मने मोक्षनी रे...

के संयम मारो मीठी मीठी गुरु सोड...!

जिन श्रुतनी जोड़ के लगनी मने मोक्षनी रे...(3)


नामकरण गीत:

नाम दीधुरे..नाम दीधुरे... विरतिधारीनु नाम दीधुरे...

जन्म लीधो,फई ए नाम दीधुरे...

लाड़कु नाम परिवारेदीधुरे...

संसार छोडी नाम त्यज्युरे.... 

गुण देखी गुरु ए नाम दीधुरे...

गुरुवाणीनु पान कीधुरे..

विरतिधारीनु नाम दीधुरे.... 

नाम दीधुरे..नाम दीधुरे...के विरतिधारीनु नाम दीधुरे...


संयमी बहुमान गीत:

संयमना मार्गे शुराओ चाले संयमथी थाय कल्याण...(२) 

संयमी चरणे होजोरेवंदन.. संयमी चरणे हो क्रोड़ों वंदन...(२) 

रंग ने रागथी मुक्त थई ने,त्यागना पंथे जनार...

"सूरि राजेन्द्र" "जयन्तसेन"नी आणा शिर धरनार...

संयमना मार्गे शुराओ चाले,संयमथी थाय भवपार...

संयमना मार्गे शुराओ चाले संयमथी थाय कल्याण...(२) 

संयमी चरणे होजोरेवंदन.. संयमी चरणे हो क्रोड़ों वंदन...(३)

टिप्पणियाँ