Vir Ni Vate Chandna Diwani Lyrics Jain Stavan
चंदनानी आंख मां आंसु (२ वार)
वीरनी वाटे चंदना दीवानी (२ वार)
हो… चंदना वीर दीवानी
श्री महावीर दीवानी…
हो… चंदना वीर दीवानी
श्री महावीर दीवानी…
माथे मुंडन बेडी छे पगमां,
बाकुडा हाथमां मन प्रभु संग मां,
आंखो शोधे अतिथि ने जग मां,
श्री नवकार ने जपति मन मां
राह जोती बेठी द्वारे…
वीरनी वाटे… ।।१।।
अभिग्रह धरता घर-घर भमता,
भिक्षा काजे जोगी फरता,
पांच मास पच्चीस दिन समताने धरता,
कर्मने तोडी पाछा वळता,
कौशाबी नगरीनी बारे…
वीरनी वाटे… ।।२।।
उंबरे बेठी चंदना पुकारे,
वीरजी आव्या चंदनाने द्वारे,
नियम अधूरो जाणी त्यारे,
प्रभुजी पाछा वळिया त्यारे,
धड धड आंसु सारे…
वीरनी वाटे… ।।३।।
आंसुडां आव्या बाकुडा वहोर्या,
पंच दिव्य आकाशमां प्रगट्या,
सुंदर वाळ ते क्षणे मलिया,
बेडी तूटी प्रभुजी मळीया,
चंदनाने भव थी उगारे…
“हर्ष" ने भव थी तारे…
वीरनी वाटे… ।।४।।
रचयिता : पू. मुनि श्री राजहर्ष विजयजी म. सा.
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