वनस्पति काय
Q 1, स्थावरकाय जीव के कितने भेद?
Ans 1, स्थावर जीव 5 प्रकार के। पृथ्वी काय, अप् काय,तेजस (तेउ) काय, वायु काय, वनस्पति काय।
Q 2,सूक्ष्म व बादर कौनसे काय मे?
Ans 2, सूक्ष्म व बादर पाँचों काय मे।
Q 3,साधारण व प्रत्येक कौनसे काय मे ?
Ans 3,साधारण व प्रत्येक शरीर वनस्पति काय मे।
Q 4,जीव के 14 भेदों मे वनस्पति काय के कितने भेद?
Ans 4, वनस्पति काय का अलग से भेद नही बताया गया, एकेन्द्रिय जीव के चार भेद, सूक्ष्म व बादर के पर्याप्त व अपर्याप्त।
Q 5, जीव के 563 भेदों मे वनस्पति काय के कितने भेद.?
Ans 5, जीव के 563 भेदों मे वनस्पति काय के 6 भेद है।सूक्ष्म, साधारण व प्रत्येक के पर्याप्त, अपर्याप्त।
Q 6, वनस्पति काय का नाम क्या है ?
Ans 6,वनस्पति काय का नाम पयावच्च थावर काय.
Q 7,वनस्पति काय का वर्ण कौन सा ?
Ans 7,वनस्पति काय का वर्ण काला
Q 8, साधारण शरीर की परिभाषा ?
Ans 8,, एक शरीर मे अनंत जीव साधारण वनस्पति काय मे। संख्यात्, असंख्यात् नही अनंत जीव।
Q 9, साधारण के भी आगे और कौनसे भेद.? (सूक्ष्म, बादर के अलावा)
Ans 9, साधारण वनस्पति काय के और दो भेद.व्यवहार राशि, अव्यवहार राशि।
Q 10,साधारण वनस्पति काय का एक और नाम.?
Ans 10, निगोद के जीव को भी साधारण वनस्पति काय कहते है।
Q 11, निगोद के मुख्य भेद ?
Ans 11, दो भेद। नित्य निगोद, इतर निगोद।
Q 12, नित्य निगोद का अर्थ ?
Ans 12,, जो उसी काय मे नित्य जन्म मरण करता है।
Q 13,, इतर निगोद का अर्थ.?
Ans 13, जो जीव दूसरे भव मे भ्रमण करके वापस निगोद मे आये उसे इतर निगोद कहते है।
Q 14,, संसारी जीव का मूल स्थान कौनसा, जिसे मातृ स्थान भी कहते है?
Ans 14, संसारी जीव का मूल स्थान साधारण वनस्पतिकाय है, अव्यवहार राशि, जिसमे जीव अनंत काल तक रहता है, इसे मातृ स्थान भी कहते है।
Q 15, निगोद व वनस्पति क्या एक है या अलग अलग.?
Ans 15, दोनो अलग अलग।
Q 16, निगोद व वनस्पति मे क्या अंतर है ?
Ans 16, निगोद शरीर है, वनस्पति जीव है।
Q 17, क्या प्रत्येक वनस्पति काय मे गया हुआ जीव सीधा मनुष्य भव मे जा सकता है?
Ans 17,हाँ मनुष्य गति मे जा सकता है। वैसे गति 179 है।(101समुर्छिम,30कर्मभूमि मनुष्य 48 tiryanch)पृथ्वीकाय, अपकाय यथावत।
Q 18, जीव अव्यवहार राशि से बाहर कब निकलता है ?
Ans 18, जब किसी कर्म भूमि से एक मनुष्य मोक्ष जाता है, तब जीव अव्यवहार राशि (साधारण)) से व्यवहार राशि में आता है।
Q 19, क्या मनुष्य गति मे गया हुआ जीव मोक्ष भी जा सकता है?
Ans 19, मनुष्य गति मे गया हुआ जीव पाँचो गतियों (मोक्ष सहित) मे जा सकता है, उसकी करनी पर निर्भर।
Q 20, क्या व्यवहार राशि में आया हुआ जीव वापस अव्यवहार राशि मे जा सकता है?
Ans 20, हाँ, वापस अव्यवहार (साधारण) राशि मे जा सकता है।
Q 21, प्रत्येक वनस्पति की उत्कृष्ट स्थिति कितनी ?
Ans 21,प्रत्येक वनस्पति काय द्वादश प्रकार की होती है।
Ans 22, वनस्पति काय का वर्ण काला
Q 22, वनस्पति काय का वर्ण कौन सा ?
काला
Q 23, बादर प्रत्येक वनस्पति कितने प्रकार की ?
Ans 23, बादर प्रत्येक वनस्पति 12 प्रकार की.
वृक्ष, गुच्छा, गुल्म, लता, वल्ली, पर्वतग, तृण, वलय, हरित, औषधि, जलरुह, कुहण.
Q 24, प्रत्येक वनस्पति एक अंतरमुहूरत मे कितनी बार जन्म मरण करते है ?
Ans 24,प्रत्येक वनस्पति का जीव एक अंतरमुहूरत मे जघन्य एक बार उत्कृष्ट 16,000 बार.जन्म मरण करते है.
Q 25, प्रत्येक वनस्पति काय की उत्कृष्ट अवगाहना कितनी ?
Ans 25,प्रत्येक वनस्पति काय की उत्कृष्ट अवगाहना 1000 योजन झाझेरी. जघन्य अंगुल के आसंख्यात्वा भाग.
Q 26, जीव योनि कुल 84 लाख मे 14 लाख साधारण 10 लाख प्रत्येक्, पर कुल कौड़ी कितनी ?
Ans 26 , कुल कौड़ी 28 लाख।
Q 27, वनस्पति काय का दंडक कौनसा ?
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