Jian Stavan Lyrics Kholo Daya Ka Dwar Prabhu
खोलो दया के द्वार प्रभू ! अब
तेरा मेरा साथ पुराना , तुं दाता मैं भिखारी ,
प्रेम की भिक्षा दे दो अब तो . आया मैं झोली पसार ,
प्रभु ! . . . . 1
तुम जो अगर ठुकराओगे तो मिलेगा कहां ठिकाना ,
सब द्वारों को छोड के भगवान् ! आया तेरे द्वार ,
प्रभु ! . . . . 2
तेरे सामने बैठके मैं तो , मनकी बात सुनाऊँ ,
जनमो जनम से भटक रहा हूँ , मत करना इन्कार ,
प्रभु ! . . . . 3
करुणासागर कहलाते तुम , कृपा करो अब स्वामी ,
या तो कह दो पतितों का तुमने किया नहि उद्धार ,
प्रभु ! . . . . 4
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