Aa Mara Maharajji Lyrics Jain Stavan आ मारा महाराजजी

Jain Stavan Lyrics  Aa Mara Maharajji 

आ मारा महाराजजी ( 2 ) आ मारा महाराज जी ( 2 ) ;
सजी धजीने बनी ठनीने , खूब - खूब मलकाय जी . . . 

बाजुबंध मुगटने कलगी , सोनलवर्णी आंगी जी , 
झगमग एना रुपने जोई , आ दुनिया शरमाती जी , 
लाड लडावे भक्तो एने ( 2 ) , करीए खूब वहाल जी . . . 1 

कदीक फूलोना हार पहेरे , रहे फूलोना ढगले जी , 
अबूध अमारो जीव भोळीयो , दोडे तमारे पगले जी , 
मलकंता सामे शुं बेठा ( 2 ) , बोलो तो संभळाय जी . . . 2 

व्हाला व्हाला नाथने मळवा , भीतर तालावेली जी , 
उदयरतननी जेम अमारे , काज खोलने डेली जी , 
तमे अमोने बहु गमो छो ( 2 ) , वधु नहीं कहेवाय जी . . . 3

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