Vishari che me to sansar seri - विसरी छे में तो संसार शेरी

Vishari che me to sansar seri

विसरी छे में तो संसार शेरी 

( राग : कहेता है बाबुल ओ मेरी बेटी ) 

विसरी छे में तो संसार शेरी , 
टळशे फेरी भवोभव केरी , 
गुरुवरथी नातो जोडीश हुं तो , 
वेष श्रमणनो पहेरीश हुं तो , 
नतमस्तके चारित्रने वंदन करूं , 
चारित्रधरना संगथी , भवजल तरुं . . . 

मारुं नूतन जीवन बने , नंदनवन हे प्रभु , 
करूँ उत्तम मनन , चाहुँ परिवर्तन कामना , 
मारा स्मरणोमां तुं , मारा चिंतनमां तुं हे प्रभु , 
रहूँ निशदिन मगन , धरूँ संयम लगन याचना , 
तारी कृपाथी , संकटों सघळा टळे , 
संयम मळे तो , धन्य आ घड़ीओ फळे . . .

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