Vafadari he oghe se - वफादारी , है ओघे से

Vafadari he oghe se

वफादारी , है ओघे से 

( राग : तुम दिल की धड़कन में ) 

उपसगो की आँधी में , अडिग अटल निर्धार है , 
वफादारी , है ओघे से , ये महावीर के अणगार है . . . 

पैरों में जिनके जूता नहीं , बैंकों में खाता नहीं , 
छत नही छत्री नहीं सर पे , जग से कोई नाता नहीं , 
उपसगों की नित ललकारे , जीगर भरे बे मिसाल है , 
वफादारी , है ओघे से . . . 1 

नाई नहीं , टेलर नहीं , जेब नहीं , डॉलर नही , 
बाहे चढ़ाये ना क्रोध करे , घमण्ड का कॉलर नहीं , 
साधू ( का ) वेष , उपदेश भरा , नौ तत्वों का सार है , 
वफादारी , है ओघे से . . . 2 

ना झंझट व्यापार की , नही फिकर आहार की , 
डर नही कुछ भी खोने का , ना चिन्ता परिवार की , 
प्राणी मात्र से प्रेम करे , सारा जग परिवार है ,
वफादारी , है ओघे से . . . 3 

गुणरत्नसूरीश्वरजी , गुरु दीक्षा दानेश्वरी , 
पथदर्शक सुखधाम के , गुरुवर रश्मिरत्नसूरि , 
विक्रम धीरज गुण गाये , वंदे प्रदीप शत बार है , 
वफादारी , है ओघे से . . . 4  

प्रदीपजी ढालावत
मुंबई

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