Guru e Aapyo Ogho Aaj - गुरू ए आप्यो ओघो आज

Guru e Aapyo Ogho Aaj Lyrics

गुरू ए आप्यो ओघो आज . . . 


हे . . . हे . . . रजोहरण लई झूमतो , एने मोक्षे करवो गेल 
मारा व्हाला गुरुजी तमे , करी अनुपम मेर . . . . 

गुरु ए आप्यो ओघो आज , रहेवू आतमकाज ( 2 ) 
गुरुनो हाथ छे प्रभुनो साथ छे , भीडवी कर्मथी बाझ 
गुरुनो हाथ छे तो प्रभुनो साथ छे , सजीयो संयम साज 
गुरुए आप्यो ओघो आज , रहेवुं आतमकाज . . . मारा गुरुए . . . 1 

क्रोड़ो देव मळी उत्सव अनेरो करी , मांगे संयमनो वेष रे 
वीतरागना राह पर , साधनानी केडीए , कर्मों करे अशेष रे ( 2 ) 
प्रभुनु मुखडुं जोइ , मनडुं झुमे , प्रभुनी भक्ति करीशुं स्वना काज . . . गुरुए . . . 2 

मनोरथ आजे फळ्यो , वेष प्रभुनो मळ्यो , केवा उपकारी गुरु रे , 
भावी छे भावना , करवी आराधना , भवभ्रमण करे पुरुं रे ( 2 ) 
जयन्ताशीष लई , चरण ग्रही , जिनागमने वसावजो ने धर्म काज . . . गुरुए . . . 3 

मळ्यो ओघो मने आज , रहेवु गुरु संगाथ 
गुरुनो हाथ छे , प्रभुनो साथ छे 
गुरुनो हाथ छे तो प्रभुनो साथ छे , सजीयो संयम साज . . . गुरुए . . . 4

ओघो मळता , प्रदक्षिणा देता , मोक्ष मेळववा थनगनता 
प्रभु संग झुमता , कर्मों खपता , हृदये धारे उत्तमता 
सौने गमता , संघने नमता , दीपेजगमा टमटमता 
धारे समता , मारे ममता , गुरु मळ्या आजे मनगमता 
गुरु मळ्या आजे मनगमता . . . ( 2 ) . . . 5

 गुरु पू. मुनि श्री जिनागमरत्न वि. म. सा. 
( त्रिस्तुतिक समुदाय )

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