Dhan Dhan Te Munivara Dixa Song Lyrics - धन - धन ते मुनिवरा रे

Dhan Dhan Te Munivara Dixa Song Lyrics

धन - धन ते मुनिवरा रे 


धन - धन ते मुनिवरा रे , जे जिनआणा पाळे , 
राग - द्वेषने दूर करीने , आतम शुद्धि साधे . . . 

देहनी सुखशीलताना योगे भटक्यो भव अनंता 
कट्टर शत्रु मानी देहने , कष्ट बहु जे देता , 
धन - धन मुनिवरा . . . 1 

कांटा के पथराथी पगमां लोहीनी धारा वहेता , 
मुक्ती वधुना कंकु पगला मानी बहु हरखाता , 
धन - धन मुनिवरा . . . 2 

कोई जीवने दुःख न देवं , ए निश्चय मनधारे , 
मन थी पर पर दुःख प्रवृत्ति स्वप्ने पण ना करता , 
धन - धन मुनिवरा . . . 3 

वैयावच्चथी स्वाध्याय आदीक शक्तिपाचन करता , 
एज मुनि जीनशासननी साची सेवा करता , 
धन - धन मुनिवरा . . . 4 

आतम धनना चोर लुटारूं , स्नेही स्वजन ने जाणी ( 2 ) 
सर्व जीव पर स्नेह धरंती , वृत्ति मुनिनी वखाणी , 
धन - धन मुनिवरा . . . 5 

पू . मुनि श्री गुणहंस वि . म . सा . 
( श्री भुवनभानुसूरिजी समुदाय ) 

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