Ab Prabhu ke Havale Jivan Jain Stavan Lyrics
अब प्रभु के हवाले जीवन
( राग : कर चले हम फिदा )
कर रहे हम विदा ये चमन साथियों ,
अब प्रभु के हवाले जीवन साथियों ( 3 ) . . . .
भोग सुख ये सुलभ हे पशुं के यहाँ ,
देव दुर्लभ ये योग मिलेगा कहाँ ,
जन्म लेकर तो मरता ये सारा जहाँ ,
मौत को मात देने की तकफीर कहाँ
अब तो करना है कर्म दहन साथिओ . . . अब प्रभु . . . 1
खूब भटके बाहर फिर भी सुख ना मिला
सुख के नाम पर पाया दुःख का सिलसिला
जब देखा तो अंदर था सुख का किला
गया अंदर उसे फिर से दुःख ना मिला
हमे बनना है आनंदघन साथियो . . . अब प्रभु . . . 2
आज तक हमने पुनरावर्तन ये किया
परिवर्तन की करनी है अब प्रक्रिया
जन्म लेकर अजन्म जो बनने जीया
जन्म उसने ये अपना सफल कर लिया
आज प्रगटा हो हीरधन ही साथियो . . . अब प्रभु . . . 3
पू . मुनि श्री हीररत्न वि. म. सा.
( श्री भुवनभानुसूरिजी समुदाय )
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