Shree Padmaprabhu Jin Naam Ne Re Lyrics Jain Stavan
श्री पद्मप्रभु जिन नामने रे, जाउं हुं बलिहार,
नाम जपंता दिहा गमुं रे, भव भय भंजनहार
हो नाम जपंता… (१)
नाम जपंता मन उल्लसे रे, लोचन विकसित होय,
रोमांचित हुयें देहडी रे, जाणे मिलियो सोय
नाम जपंता… (२)
पंचम काळे पामवो रे, दुर्लभ प्रभु देदार,
तोहे तेहना नामनो रे, छे मोटो आधार
नाम जपंता… (३)
नाम ग्रह्ये आवी मिले रे, मन भीतर भगवान,
मंत्र बळे जिम देवता रे, वाहलो कीधो आह्वान
नाम जपंता… (४)
ध्यान पदस्थप्रभावथी रे, चाख्यो अनुभव स्वाद,
मानवविजय वाचक कहे रे, मूको बीजो वाद
नाम जपंता… (५)
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