Avo Manorath Evo Chhe Shetrunjay Jovo Chhe
विद्याधरो ने इन्द्रदेवो, जेह ने नित्य पूजता
दादा सीमंधर देशनामां, जेहना गुण गावतां
पापी जीवो पण जेहना, सानिध्य थी मोक्षे जता
ए विमलगीरी ने वंदना, मुज पाप सौ दूरे थता
एवो मनोरथ मारो छे, शेत्रुंजय जोवो छे
सिद्धाचल जोवो छे, विमलाचल जोवो छे
नाभिराया नो नंदन प्यारो, आदेश्वर जोवो छे
मरुदेवानो लाल प्यारो, ऋषभदेव जोवो छे
हे… एवो मनोरथ मारो छे…
तळेटी ए दादा तारा, पगलां जुवारीने
डुंगर भाव थी, झढवो छे मारे
बाबुना देराना, दर्शन करीने
समवसरण मां, जवुं छे मारे
सरस्वती माता ना, दर्शन करीने
हिंगळाज माता ने, पूजवा छे मारे
पद्मावती माता ने, पूजवा छे मारे
हे… एवो मनोरथ मारो छे…
मोटी टूंक दादा, जावुं छे मारे
राम पोळ दादा, पहोंचवुं छे मारे
सगाळ पोळ दादा, जवुं छे मारे
वाघण पोळ दादा, पहोंचवुं छे मारे
शांतिनाथ दादा ने, भेटवा छे मारे
चकेश्वरी, वाघेश्वरी, पूजवा छे मारे
हे… एवो मनोरथ मारो छे…
कवडयक्ष दादाना, दर्शन करीने
नेमिनाथ नी चोरी, जोवी छे मारे
पुण्य-पाप नी बारीमां, जवुं छे मारे
हाथी पोळ दादा, पहोंचवुं छे मारे
फुलवाळा नो साद त्यां, सांभळवो छे मारे
रतन पोळ दादा, जावुं छे मारे
रायण पगले, पूजा करी ने
पुंडरिक स्वामीने, पूजवा छे मारे
मरुदेवी प्रासाद मां, जवुं छे मारे
श्री आदिनाथ आदिनाथ बोलवुं छे मारे
आदिनाथ आदिनाथ बोलवुं छे मारे
हे मारा व्हाला आदिनाथ,
सौना व्हाला आदिनाथ (२ बार)
हे कर्म खपावे आदिनाथ,
मोक्ष अपावे आदिनाथ (२ बार)
हे आदिनाथ आदिनाथ,
बोलवुं छे मारे (२ बार)
हे कर्म खपावे आदिनाथ,
मोक्ष अपावे आदिनाथ (२ बार)
आदिनाथ आदिनाथ,
बोलवुं छे मारे (२ वार)
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